
फिजा ने जब दरिया में पानी को सहलाया तो जितने बल खाके पानी किनारों से टकराया उतनी बार ऐ मेरे प्यार तू याद आया ---------जब बारिश की बूंदों ने धरती को चूमा हमने ज़मीन पर बिखरते सितारों को पाया जितने सितारों को सावन ने बरसाया उतनी बार ऐ प्यार तू याद आया ----------फिजा ने जब गुलशन में फूलो को महकाया तो जितनी बार महक को हम ने अपनी साँसों में पाया उतनी बार ऐ मेरे प्यार तू याद आया ---------बादलों के पीछे से जब सूरज यूँ मुस्काया उसकी नरम किरणों से तू ने जब ज़िन्दगी की लौ को जलाया उतनी बार ऐ मेरे प्यार तू याद आया —-------गुलशन की राहों से जब मैं गुजरी जितनी खुशगवार एहसासों को मैंने करीब पाया उतनी बार ऐ मेरे प्यार तू याद आया ---------ऐ काश के तू हर वक्त यूँ ही मेरे साथ रहे न मैं कुछ कहूँ तू बीही खामोश ही रहे बस नज़रों से नज़रें इशारो में बातें कहे ,और देख कर यूँ ही हमे
कोई और दीवाना भी यह कहे -------
कोई और दीवाना भी यह कहे -------
ऐ प्यार तू याद आए ------------ऐ प्यार तू याद आए -----------